- जिले में अब तक 2.3 लाख लोगों की हो चुकी है कोरोना जांच
- जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में भी धीरे-धीरे आ रही कमी
भागलपुर, 11 सितंबर
जिले में कोरोना की चेन तोड़ने को लेकर स्वास्थ्य विभाग का प्रयास अब रंग लाने लगा है. भागलपुर में 2.3 लाख लोगों की जांच के साथ प्रदेश में यह सबसे आगे है. ज्यादा जांच होने का कुछ फायदा भी दिख रहा है और कोरोना मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे कम होने लगी है. पहले जहां 100 से लेकर 200 मरीज प्रतिदिन कोरोना के मिलते थे, वहीं अब यह आंकड़ा कुछ दिनों से 2 अंकों में आ गया है. हालांकि इसके बावजूद लोगों को कोरोना को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है. क्योंकि खतरा अभी टला नहीं है.
- जांच से कोरोना को दे रहे मात
सिविल सर्जन विजय कुमार सिंह ने बताया कि जिले में कोरोना जांच का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है. पहले सिर्फ सदर अस्पताल और मायागंज अस्पताल में लोगों की कोरोना जांच हो रही थी. इसके बाद सभी रेफरल व अनुमंडल अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी कोरोना जांच शुरू की गई. इसके बाद गांव- गांव में शिविर लगाकर लोगों को कोरोना जांच के लिए जागरूक किया गया. इसी का परिणाम है कि जिले में इतनी संख्या में लोगों की कोरोना जांच हो सकी है. - एक दिन में दस हजार से भी अधिक जांच होने लगी
जिले में अभी एक दिन में दस हजार लोगों की कोरोना जांच हो रही है. सिविल सर्जन और जिलाधिकारी के स्तर पर जांच की निगरानी की जा रही है. गांव-गांव में से शिविर लगाकर एंटीजन किट से लोगों की कोरोना जांच हो रही है. वही सदर अस्पताल व मायागंज अस्पताल में एंटीजन किट के साथ-साथ टू-नॉट मशीन से भी लोगों की कोरोना जांच हो रही है. ज्यादा संख्या में जांच होने पर भी कम मरीज मिलना अच्छा संकेत है। मायागंज अस्पताल के कोरोना वार्ड के नोडल प्रभारी डॉ हेमशंकर शर्मा ने कहा कि इतनी संख्या में कोरोना मरीजों की जांच होने पर भी मरीजों की संख्या धीरे-धीरे कम होने लगी है. यह एक तरह से अच्छे संकेत है, लेकिन इसके बावजूद लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. घरों से निकलने वक्त मास्क जरूर लगाएं. शारीरिक दूरी का पालन करें और भीड़ से बचें, तभी हमलोग मिलकर कोरोना को मात दे पाएंगे. - कोरोना जांच के लिए गांवों में माइकिंग
कोरोना जांच के लिए लोगों से आगे आने की अपील की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य गांव- गांव घूमकर माइकिंग कर लोगों से जांच के लिए आने को कह रही है. टीम के सदस्य लोगों को बता रहे हैं कि जांच कराने के क्या फायदे हैं. जांच कराने से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं है. सरकार की गाइडलाइन का भी पालन हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कोरोना जांच के दौरान सरकारी गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कर रही है. जांच करने वाले स्वास्थ्यकर्मी कोरोना किट पहनकर जांच कर रहे हैं, साथ ही जांच के दौरान सामाजिक दूरी का भी पालन कर रहे हैं. स्वास्थ्यकर्मी के अलावा जो लोग वहां पर मौजूद रहते हैं, सभी लोग ग्लव्स और मास्क पहने रहते हैं. इससे दूसरों में कोरोना का संक्रमण नहीं होगा. इसलिए बेहिचक जांच के लिए आगे आएं वहां किसी तरह का कोई खतरा नहीं है