पत्रकारीता एक नैतिक जिम्मेदारी।
पत्रकारीता एक सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी है और पत्रकार समाज का आईना है जो समाज के बीच हर घटना को उजागर करता है। निष्पक्ष भाव से। और कई बार पत्रकार अपनी जान की बाजी लगाकर समाज को आईना दिखाता है
इसीलिए आप सभी पत्रकार भाईयो से अनुरोध व निवेदन है छोटे बड़े का भेद भाव खत्म करिये नहीं तो हम सब खत्म हो जाएंगे जैसे पोर्टल हो साप्ताहिक ,मासिक,दैनिक या tv चैनल हो अगर कोई पत्रिकारिता के विरूद्ध कार्य करता हो तो उसका बहिष्कार करने का अधिकार भी पत्रकारों के पास हो अगर इसका अधिकार शासन प्रशासन के पास होगा तो हम अपने आपको चौथा स्तम्भ कैसे कहेंगे।
सवाल यह भी है कि जब तीनों स्तम्भों को सारे अधिकार हैं चौथे को क्यों नहीं ! आपसी भेदभाव को खत्म करके अपनी एकजुटता को ज़ाहिर करे।